सकल जैन समाज द्वारा विनियांजलि सभा का किया आयोजन

 

Voice of Pratapgarh News ✍️ महेश कुमार गुप्ता

दौसा। संत शिरोमणि गणाआचार्य पूज्य आचार्य श्री विराग सागर महामुनिराज की समतापूर्वक समाधि हो जाने पर संपूर्ण जैन समाज लालसोट में गहरा शोक व्याप्त हो गया। इस अवसर पर जैन समाज लालसोट द्वारा एक विनियांजलि सभा का आयोजन जैन नसियाॅ मंदिर में किया गया कार्यक्रम की शुरुआत सीमा जैन द्वारा मंगलाचरण से की गई जिसमें समाज के आशु जैन, राकेश जैन, अनिल वैद्य ,महेंद्र जैन, त्रिशला जैन , श्वेता जैन ने आचार्य के बारे में अपने विचार व्यक्त किये आचार्य जैन धर्म के महान संत थे उन्होंने जैन धर्म को बहुत ऊंचाइयों पर पहुंचाया । विश्व में जैन धर्म की पहचान बनाई आचार्य ने राष्ट्र को सदैव महत्व दिया उन्होंने बेटी पढ़ाओ, बेटा पढ़ाओ, शाकाहार, संपूर्ण भारत में बहुत चर्चित रहा कम उम्र में वैराग्य धारण किया गया उनके शिष्य एवं उपसंघ में लगभग 550 साधु हैं आपके द्वारा वारसुणाणु रेखा पर संस्कृत में 1110 पन्नों का काव्य लिखा गया श्रवण संस्कृति के उत्थान में आपका विशेष योगदान रहा आचार्य के अंतिम समय तक भगवान की आराधना में लीन रहे और 04 जुलाई 2024 को रात्रि 2:30 पर महाराष्ट्र के जानना,देवमुति॔ ग़ाम ओंरगाबाद में समाधि मरण प्राप्त किया इस अवसर पर जैन समाज लालसोट द्वारा णमोकार मंत्र ,समाधि मरण का जाप भी रखा गया अंत में सभी समाज बंधुओ ने पुष्पांजलि अर्पित कर विनियांजलि समर्पित की। इस अवसर पर राकेश बड़जात्या ,अंकुर बैनाडा, वीरेंद्र जैन,अरिहंत पाटनी , कमलेश श्रीमाल, सुभाष कासलीवाल,विजेंद्र बडजात्या, मोना बडजात्या, नेमीचंद सोनी , धर्मेश डीडवाना, राजेश वैद्य ,राकेश बैनाडा, उषा बैनाडा, विमला कासलीवाल, शकुंतला सोनी, आशा श्रीमाल, रानी बडजात्या सहित समाज के महिला पुरुष उपस्थित रहे कार्यक्रम का संचालन पुनीत जैन ने किया।

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