लक्ष्य इंटरनेशनल स्कूल में स्तन कैंसर जांच शिविर हुआ संपूर्ण

 

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प्रतापगढ़। स्तन कैंसर शिविर में भारत विकास परिषद, सारथी सेवा संस्थान, सकल जैन समाज महिला प्रकोष्ठ, स्वयं सेवा संस्थान एवं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने भी अपना सहयोग दिया इस शिविर के माध्यम से प्रसिद्ध कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉक्टर स्मिता शर्मा ने अपनी सेवाए दी डॉक्टर स्मिता शर्मा ने लगभग 30 मरीजो का परीक्षण तथा निरीक्षण किया । उनमें से लगभग चार मरीज ऐसे पाए गए जो की फोर्थ स्टेज पर थे डॉक्टर स्मिता शर्मा ने उन्हें उचित परामर्श दिया तथा किस प्रकार से वह स्वयं की देखभाल करें इसके लिए उन्हें जानकारी दी । इस शिविर में एक ऐसा मरीज भी था जिसे कैंसर नहीं होने के बावजूद उसका ऑपरेशन कर दिया गया ।डॉक्टर स्मिता ने कहा कि हमें किसी भी प्रकार की जांच एवम परामर्श के लिए आधिकारिक डॉक्टर के पास ही जाना चाहिए । डॉक्टर स्मिता ने अपने उद्बोधन में कहा कि एक महिला एक परिवार की नीव होती है अगर वह स्वयं अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखेगी तो उसका परिवार स्वस्थ रहेगा ।डॉक्टर स्मिता के साथ पधारे डॉक्टर राजेश शर्मा जो कि स्वयं एक फिजिशियन है उन्होंने भी यही बात की कि अगर प्रारंभिक स्तर पर हमें पता चल जाए कि हमें स्तन कैंसर है तो हम उसका इलाज कर सकते हैं परंतु तीसरी या चौथी स्टेज आने पर हम उसका कोई इलाज नहीं कर पाते हैं, हम सिर्फ कोशिश कर सकते हैं। इस कार्यक्रम के अंदर सारथी सेवा संस्थान से पधारी आशा टाक एवं उनके सहयोगियों ने माल्यार्पण कर कर डॉक्टर स्मिता का स्वागत किया। सकल समाज जैन प्रकोष्ठ से हर्षिता एवं अनीता जैन ने भी Dr स्मिता का अभिवादन किया तथा भारत विकास परिषद से पधारे विशाल गांधी एवं प्रदीप शर्मा ने भी शिविर में अपना सहयोग दिया। इस संपूर्ण कार्यक्रम में लोगों ने यह जानकारी ली कि स्तन कैंसर लाइलाज बीमारी नहीं है यदि हमें समय रहते उसका पता चल जाए तो हम उसका इलाज करवा सकते हैं । डॉक्टर स्मिता ने यह भी कहा कि हमें इस बात को छुपाना नहीं है और हमें इस बात की जानकारी लेते रहना चाहिए और 30 वर्ष से ऊपर की महिलाओं को नियमित रूप से हर माह में एक दिन अपना स्वयं का चेकअप करते रहना चाहिए । 40 वर्ष से ऊपर की महिलाओं को वर्ष में एक बार अपनी जांच करवानी ही चाहिए ताकि अगर किसी प्रकार का कोई भी लक्षण दिखाई दे तो हम उसका इलाज तुरंत कर सकते हैं। क्योंकि यह कैंसर अचानक नहीं होता है यह धीरे-धीरे बढ़ता है अगर हम अगर हम स्वयं भी अपना ध्यान रखें और अपने मिलने वालों को भी इसके बारे में जागरूक करें तो हम शून्य प्रतिशत स्तन कैंसर के लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। विद्यालय की प्राचार्या डॉक्टर आरती जैन ने डॉक्टर स्मिता एवं डॉ राजेश शर्मा का आभार प्रकट किया कि उन्होंने अपने कीमती समय में से समय निकालकर महिलाओं में बढ़ते इस जानलेवा बीमारी के लिए उन्हें जागरूक करने के लिए इस शिविर का आयोजन किया।