आत्मनिर्भरता और आत्मानुशासन ही भारतीय संस्कृति की पहचान : इंस्पेक्टर यादराम

 

समर कैंप में बालिकाओं के मन में जगा पुलिस सेवा का सपना

Voice of pratapgarh News✍️ पत्रकार महेश पीलूखेड़ा

दौसा। राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, लालसोट में चल रहे समर कैंप में बुधवार को लालसोट पुलिस थाने से पहुंचे सब इंस्पेक्टर यादराम शर्मा और कांस्टेबल रमाकांत ने शिविर का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने न केवल शिविर की गतिविधियों को सराहा, बल्कि बालिकाओं को आत्मनिर्भरता और आत्मानुशासन का महत्व भी समझाया।

इंस्पेक्टर यादराम ने बालिकाओं को संबोधित करते हुए कहा, आत्मानुशासन और आत्मनिर्भरता ही भारतीय संस्कृति की असली पहचान है। पुलिस विभाग आम जनता की सेवा के लिए है और बेटियों को निडर होकर अपने अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए।  🎨 प्रतिभा की बिखरी रंगत: शिविर में मेंहदी आर्टिस्ट गरिमा सैनी द्वारा सिखाई गई कलाकृतियों को देखकर अतिथिगण भावविभोर हो गए। बालिकाओं ने मेंहदी की सुंदर डिजाइनों का प्रदर्शन किया, जो सबको बहुत भाया। ब्यूटीशियन अनुदेशक भारती सैनी द्वारा बालिकाओं को हेयर स्टाइलिंग व आई थ्रेडिंग की बारीकियां सिखाई गईं। सिलाई अनुभाग में भी बालिकाओं ने अपने हुनर का परिचय दिया।🔐 साइबर क्राइम से जागरूकता: कांस्टेबल रमाकांत ने बालिकाओं को साइबर क्राइम से संबंधित उपयोगी जानकारी दी और बताया कि किस प्रकार 5 रहकर ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचा जा सकता है। 🗣️ शिविर को मिला नया आत्मबल: शिविर संरक्षक सियाराम शरण शर्मा ने बताया कि शिविर में बालिकाओं की प्रतिभा को निखारने के लिए विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की जा रही हैं। क्लाइमेट कोऑर्डिनेटर महेन्द्र कुमार साहू ने कहा कि पुलिस विभाग सामाजिक विश्वास की डोर है और ऐसे संवाद से बेटियों को प्रेरणा मिलती है। शिविर में प्रदर्शित की गईं बालिकाओं की कलाकृतियां: डांस अनुदेशक सोनाली साहू, सिलाई अनुदेशक सलोनी और सदस्य सुनीता ने अतिथियों को बालिकाओं द्वारा बनाई वस्तुएं दिखाईं, जिनमें सिलाई, कढ़ाई, कला और क्राफ्ट के नमूने शामिल थे।

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