पहाड़ी क्षेत्रों में डोर-टू-डोर पहुंचाई खाद्य सामग्री, कहा— ‘भुखियां भोजन देत है, पहुंचेंगे प्रवान
Voice of pratapgarh News✍️ पत्रकार महेश पीलूखेड़ा
दौसा। लालसोट उपखंड क्षेत्र में मंगलवार को मानवता की मिसाल पेश करते हुए समाजसेवी एवं गद्दी महंत मीनूबाई किन्नर ने अपनी टीम के युवाओं के साथ मिलकर आसपास के गरीब और बेसहारा लोगों को खाद्य सामग्री वितरित की। विशेष बात यह रही कि सामग्री वितरण केवल एक जगह नहीं, बल्कि पहाड़ी और दूरस्थ बस्तियों में डोर-टू-डोर जाकर किया गया।
कोचर, पपलाज माता, इंदावा समेत कई क्षेत्रों में पहुंचाई मदद मीनूबाई किन्नर ने क्षेत्र के कोचर, पपलाज माता, इंदावा, जमात लोहारन बस्ती, थलोज और निर्झरना जैसे दुर्गम व सुविधाविहीन इलाकों का भ्रमण कर वहां रहने वाले जरूरतमंदों को खाद्य सामग्री के पैकेट सौंपे। वितरण के दौरान उन्होंने लोगों का हालचाल जाना, आशीर्वाद लिया और आश्वस्त किया कि यह सेवा अभियान भविष्य में भी निरंतर जारी रहेगा। युवाओं के साथ मिलकर निभाया सामाजिक दायित्व मीनूबाई ने बताया कि आज का युवा वर्ग समाज सेवा को अपना धर्म समझकर कार्य कर रहा है, जो अत्यंत सराहनीय है। उन्होंने कहा, भूखों को भोजन कराना ही सबसे बड़ा धर्म है। सेवा का यह मार्ग ही हमें सच्ची मानवता की ओर ले जाता है।
खुशी से झूमे चेहरे, बंधे आशीर्वाद के पुल
जिन घरों तक यह मदद पहुंची, वहां लोगों के चेहरे पर संतोष और कृतज्ञता साफ नजर आई। कई बुजुर्गों और महिलाओं ने भावुक होकर मीनूबाई और उनके साथियों को आशीर्वाद दिया।
भुखियां भोजन देत है, पहुंचेंगे प्रवान
मीनूबाई किन्नर का यह कथन सेवा अभियान का सार था— भुखों को भोजन देने वाला ही भगवान के निकट पहुंचता है। इस सोच को लेकर चलाया गया यह सेवा अभियान समाज में सकारात्मक ऊर्जा और करुणा का संदेश दे रहा है।
यह सेवा कार्य समाज में एक उदाहरण बनकर उभरा है कि यदि नीयत नेक हो, तो सीमित संसाधनों के बावजूद भी बड़ी संख्या में जरूरतमंदों की मदद की जा सकती है।
