बैडच नदी तट पर बसा धनेतकलां गांव तरस रहा पीने के पानी को और नदी के पानी का हिंदुस्तान जिंक व मार्बल व्यवसायी उठा रहे लुफ्त 

 

बैडच नदी तट पर बसा धनेतकलां गांव तरस रहा पीने के पानी को और और नदी के पानी का हिंदुस्तान जिंक तथा मार्बल व्यवसायी उठा रहे लुप्त

Voice of Pratapgarh News ✍️रिपोर्टर- पंडित मुकेश कुमार

चित्तौड़गढ़। जिले के निकटवर्ती आदर्श गांव धनेतकलां निवासीयों ने जानकारी देते हुए बताया कि भले ही हमारा गांव बैडच नदी तट पर बसा है लेकिन फिर भी हमारे गांव के लोग और बेजुबान जानवर प्यासे मर रहे हैं 10-10 दिन तक नल नहीं आते हैं जिसको लेकर माता बहनों को तथा पशुपालकों को अपने खुद के पीने के लिए तथा बेजुबान जानवरों के लिए दुर दराज जाकर पानी लेकर आना पड़ता है ग्रामीणों ने कई बार जनप्रतिनिधि/ सरपंच को भी सूचना दी लेकिन तथा कई बार समाचार पत्रों और न्यूज़ चैनलों में भी प्रकाशित करवाई अपनी समस्या को लेकिन कोई हल नहीं मिला अब तक और नदी में पानी होने के बावजूद उस पानी को लाभ नदी तट पर बने मार्बल व्यवसायी तथा हिंदुस्तान जिंक वाले उठा रहे हैं हमेशा हजारों टन पानी उनके व्यवसाय में जाता है और यह अपनी चांदी जूड़ने में लगे हैं
तथा साथ ही यह भी कहा कि गांव की रोड लाइटों का भी यही हाल है पूरा गांव रात भर अंधेरे में ही डूबा रहता है जिससे आए दिन समाज कंटक इसका फायदा उठाते रहते हैं और छोटे-मोटी वारदातों को अंजाम देते रहते हैं ग्रामीणों ने कहा कि यदि समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो हम सब मिलकर कलेक्ट्रेट का घेराव कर विरोध प्रदर्शन कर कलेक्टर के माध्यम से ज्ञापन देकर मुख्यमंत्री तक अपनी समस्याओं को पहुंचाएंगे

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