बॉलीवुड की नंदिता पुरी: तुर्की-पाकिस्तान के आतंकी संगम का पर्दाफाश
तुर्की-पाकिस्तान का आतंक गठजोड़: नंदिता पुरी की भारतवासियों को चेतावनी
Voice of Pratapgarh News ✍️रिपोर्ट रविंद्र आर्य
नई दिल्ली, मई 2025
भारत पर जारी हमलों के बीच बॉलीवुड अभिनेत्री और द ओम पुरी फाउंडेशन की संचालक नंदिता पुरी ने स्पष्ट रूप से तुर्की और पाकिस्तान के आतंकी गठजोड़ की निंदा करते हुए देशवासियों को जागरूक किया है। उन्होंने कहा कि भारत की सीमाओं पर कायरतापूर्ण हमले यह दर्शाते हैं कि जब आतंकवादी मारे जाते हैं तो पाकिस्तान और उसके समर्थक देशों को अत्यधिक दुःख और अफसोस होता है। हाल ही में भारत में 36 स्थानों पर हुए हमलों और भटिंडा में तुर्की निर्मित ड्रोन द्वारा किए गए हमले इस गहरी मिलीभगत के प्रमाण हैं। तुर्की का आतंकी देश पाकिस्तान को खुलकर समर्थन देना, अपने कार्गो विमान और नौसैनिक पोत भेजकर भारत को आश्चर्यचकित करना, इस बात का स्पष्ट संकेत है कि यह देश न केवल भारत के साथ विश्वासघात कर रहा है, बल्कि पुरानी मित्रता और आपदा सहायता को भी भुला चुका है। नंदिता पुरी ने इस धोखेबाज नीति की तुलना 19वीं सदी के खिलाफत आंदोलन से लेकर 21वीं सदी तक तुर्की की लगातार चल रही भारतविरोधी चालों से की है। भारतीय खुफिया एजेंसियों के अनुसार, पाकिस्तान-तुर्की गठजोड़ का उद्देश्य अमेरिका द्वारा समर्थित मुंबई-दुबई-इज़राइल-यूरोप कॉरिडोर योजना को असफल करना भी है। नाटो सदस्य होते हुए भी तुर्की का हमास और हिजबुल्ला जैसे आतंकी संगठनों के पक्ष में खड़ा होना, यह दर्शाता है कि अर्दोआन अरब जगत का स्वयंभू खलीफा बनने की होड़ में पाकिस्तान और अज़रबैजान जैसे आतंकी समर्थक देशों तक पहुंच बना रहा है। कराची पोर्ट पर पाकिस्तानी नौसेना को तुर्की द्वारा भेजी गई सैन्य आपूर्ति डेस्ट्रॉयर और हथियार अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और भारत की संप्रभुता के खिलाफ सीधा युद्धक कदम है। भारतीय सेना ने तुर्की के टोही ड्रोन, लॉजिस्टिक्स और आर्म्ड ड्रोन को सफलतापूर्वक मार गिराया है, जो भारतीय सेना की तकनीकी दक्षता और संयम का परिचायक है। नंदिता पुरी ने इस परिस्थिति में हर भारतीय से तुर्की और पाकिस्तान के पर्यटन और उत्पादों के पूर्ण बहिष्कार का आह्वान किया है।
उन्होंने विशेष रूप से चेताया कि तुर्की जैसे देश, जो युद्धकाल में अपने सिविल फ्लाइट्स को सैन्य कवच ,शिल्ड के रूप में उपयोग कर भारत को बदनाम करने का षड्यंत्र कर रहे हैं, उनकी असलियत को पहचानने का समय आ चुका है। युद्धकाल में अपनी फ्लाइट्स को संचालित कर, भारत को हमला करने के लिए उकसाने की यह रणनीति न केवल अमानवीय है बल्कि अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन भी है। भारत ने संयम और तकनीकी सूझबूझ से इस झूठे नरेटिव को नाकाम किया है, जिसे नंदिता पुरी ने ‘धर्मयुद्ध का प्रोफेशनल स्वरूप’ बताया है। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि पाकिस्तान स्वतंत्रता के समय से ही छल युद्ध करता आया है और अब तुर्की के सहारे वैश्विक इस्लामी कट्टरता का नया मोहरा बनने की कोशिश कर रहा है। नंदिता पुरी ने भारतवासियों को एकजुट होकर आर्थिक और सांस्कृतिक बहिष्कार का आह्वान करते हुए कहा —
यह लड़ाई केवल सीमाओं की नहीं, भारत की अस्मिता और वैश्विक सम्मान की है।
