सिलिकोसिस पीड़ितों की समस्याओं को लेकर दिया जिला कलेक्टर को ज्ञापन

Voice of pratapgarh News ✍️ पत्रकार महेश कुमार गुप्ता

पीड़ितों की सहायता राशि में वृद्धि एवं उप जिला अस्पताल खोलने और बेहतर सुविधाओं की करी अपील

दौसा। भागीरथ फूले सेना सेवा समिति,दौसा के तत्वावधान में कलेक्टर देवेंद्र कुमार यादव को ज्ञापन सौंपते हुए सिलिकोसिस पीड़ितों के लिए सहायता राशि में वृद्धि करने और सब जिला अस्पताल खोलने और उनमें बेहतर उपचार की सुविधाएं प्रदान करने की विनम्र अपील की है। साथ ही रुकी हुई सुविधाओं को फिर से सुचारू रूप से शुरू करवाने का निवेदन किया। सिलिकोसिस के कारण अनेक परिवारों का जीवन प्रभावित हो रहा है, और यह एक गंभीर समस्या बन चुकी है। संस्था की जिला अध्यक्ष अंजू सैनी ने बताया कि सिलिकोसिस पीड़ित इस समय विभिन्न समस्याओं से जूझ रहे हैं। दौसा जिले के सिलिकोसिस श्रमिकों का पिछले कई दिनों से स्वीकृत आवेदनों का भुगतान लंबित चल रहा हैं। जिसमें से कुछ सिलिकोसिस श्रमिकों की मृत्यु भी हो चुकी हैं। लेकिन, उन्हें अभी तक किसी भी प्रकार का भुगतान नहीं मिला। लम्बे समय से भुगतान नही होने की समयावधि में सिलिकोसिस पीड़ित मृतकों के आश्रित नोमिनी की भी बिना लाभ मिले ही मौत हो गई हैं।

मीडिया प्रभारी कवि कृष्ण कुमार सैनी ने बताया कि कलेक्टर के माध्यम से सरकार से यह निवेदन करना चाहते है कि सिलिकोसिस से पीड़ित हमारे जिले के नागरिकों के पास उचित इलाज और जीवनयापन के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं हैं। इस कठिन परिस्थिति में सहायता राशि को बढ़ाना न केवल उनके इलाज की दिशा में सहायक होगा, बल्कि उनके परिवारों के जीवन स्तर में भी सुधार होगा। जिले में समुचित चिकित्सा सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए जिला अस्पतालों में सिलिकोसिस पीड़ितों के लिए विशेष उपचार केंद्रों की स्थापना की भी आवश्यकता जताई गई है। इससे पीड़ितों को नजदीकी अस्पतालों में ही आवश्यक उपचार मिल सकेगा, जिससे उनकी हालत में सुधार संभव होगा।जानकारी के अभाव व समय पर सहायता ना मिलने के कारण इनके परिवारजनों को आर्थिक व मानसिक रूप से विभिन्न समस्याओं से गुजरना पड़ रहा हैं।सिलिकोसिस पीड़ितों की समस्याओं के प्रति विभाग को पूर्व में भी पत्राचार द्वारा अवगत करवाया गया था। परन्तु, निराशा के अतिरिक्त अभी तक कोई परिणाम नहीं मिला हैं। इस दौरान पन्नालाल सैनी, विश्राम सैनी डाबर, सुरेन्द्र कुमार सैनी आदि उपस्थित रहे।