Voice of Pratapgarh News ✍️ पंडित मुकेश कुमार
डूंगरपुर। गैंजी में आचार्य सुनील सागर महाराज के शिष्य मुनि सुधींद्र सागर एवम क्षुल्लक अकम्प सागर महाराज के सानिध्य में वासुपुज्य जिनालय में आज उत्तम सत्य धर्म मनाया समाजसेवी अनिल जैन, विनोद जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि मुनिश्री ने कहा शास्त्रों में दस प्रकार के सत्य भाषित है सत्य मिट्ठा होता है सत्य का लड्डू कही से भी खाओ मिट्ठा होता है ऐसे ही सत्य सदा पूर्ण रूप से अच्छा होता है। सत्य धर्म को पालन करने से ही मुक्ति संभव है उत्तम सत्य धर्म का अर्थ हित मित प्रीत की भाषा बोलना ऐसा सत्य नही बोलना किसी जीव का घात हो जाए किसी का जीवन कष्टमय हो जाए। पिछले चार दिनों में हमने क्रोध मान माया लोभ चारो कषाय से निवृत होकर हमारा आत्मा पवित्र हो गया अब जानना यह है अनंत जीव मोक्ष गए यह बात सत्य है किंतु कैसे गए ? सुनो इस तरह गए उन महापुरुष ने भी चारो कषाय का त्याग किया सत्य को देखा मुक्ति कैसे होती है उन्होंने संयम को धारण करके खूब तप किया तप के प्रभाव से उनमें त्याग की भावना जाग्रत हुई। जिससे त्याग करते करते परिगृह से निवृत होकर जीव ब्रह्माण्ड में रमण करने लगा शुक्ल ध्यान में लीन होकर योग निरोध धारण कर आठो कर्मो को नाश करके मोक्ष प्राप्त किया धर्म प्रेमी बंधुओं आप को भी आज उस सत्य को जानना है जिससे मोक्ष होता है। 10 लक्षण पर्व पर गुरुदेव के सानिध्य में व्रत करने वाले श्रावक मेनका अनिल कुमार जैन महेश कुमार प्रेमलता देवी पिंकी जैन, कुलदीप जैन जयदीप अंजलि रेणुका चिरनदीप सारिका संदीप प्रमिला देवी केशव लाल दीपिका मुकेश विनोद कुमार भाग्यचंद नरेंद्र कुमार अजबलाल जयवंती धनपाल रिदम मुकेश निशिका नरेंद्र इन सब तपस्वियों को जैन समाज गेंजी अनिल कुमार सुरेश के द्वारा अनुमोदना की गई।
